आपसे दोस्ती हम यूं ही नही कर बैठे,
क्या करे हमारी पसंद ही कुछ "ख़ास" है. .
चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता,
तोह चाँद की चाहत किसे होती.
कट सकती अगर अकेले जिन्दगी,
तो दोस्ती नाम की चीज़ ही न होती.
कभी किसी से जीकर ऐ जुदाई मत करना,
इस दोस्त से कभी रुसवाई मत करना,
जब दिल उब जाए हमसे तोह बता देना,
न बताकर बेवफाई मत करना.
दोस्ती सची हो तो वक्त रुक जता है
अस्मा लाख ऊँचा हो मगर झुक जता है
दोस्ती मे दुनिया लाख बने रुकावट,
अगर दोस्त सचा हो तो खुदा भी झुक जता है.
दोस्ती वो एहसास है जो मिटती नही.
दोस्ती पर्वत है वोह, जोह झुकता नही,
इसकी कीमत क्या है पूछो हमसे,
यह वो "अनमोल" मोटी है जो बिकता नही . . .
सची है दोस्ती आजमा के देखो..
करके यकीं मुझपर मेरे पास आके देखो,
बदलता नही कभी सोना अपना रंग ,
चाहे जितनी बार आग मे जला के देखो
Friday, May 7, 2010
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं .
एक दोस्त है कच्चा पक्का सा ,
एक झूठ है आधा सच्चा सा .
जज़्बात को ढके एक पर्दा बस ,
एक बहाना है अच्छा अच्छा सा .
जीवन का एक ऐसा साथी है ,
जो दूर हो के पास नहीं .
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं .
हवा का एक सुहाना झोंका है ,
कभी नाज़ुक तो कभी तुफानो सा .
शक्ल देख कर जो नज़रें झुका ले ,
कभी अपना तो कभी बेगानों सा .
जिंदगी का एक ऐसा हमसफ़र ,
जो समंदर है , पर दिल को प्यास नहीं .
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं .
एक साथी जो अनकही कुछ बातें कह जाता है ,
यादों में जिसका एक धुंधला चेहरा रह जाता है .
यूँ तो उसके न होने का कुछ गम नहीं ,
पर कभी - कभी आँखों से आंसू बन के बह जाता है .
यूँ रहता तो मेरे तसव्वुर में है ,
पर इन आँखों को उसकी तलाश नहीं .
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं
एक दोस्त है कच्चा पक्का सा ,
एक झूठ है आधा सच्चा सा .
जज़्बात को ढके एक पर्दा बस ,
एक बहाना है अच्छा अच्छा सा .
जीवन का एक ऐसा साथी है ,
जो दूर हो के पास नहीं .
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं .
हवा का एक सुहाना झोंका है ,
कभी नाज़ुक तो कभी तुफानो सा .
शक्ल देख कर जो नज़रें झुका ले ,
कभी अपना तो कभी बेगानों सा .
जिंदगी का एक ऐसा हमसफ़र ,
जो समंदर है , पर दिल को प्यास नहीं .
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं .
एक साथी जो अनकही कुछ बातें कह जाता है ,
यादों में जिसका एक धुंधला चेहरा रह जाता है .
यूँ तो उसके न होने का कुछ गम नहीं ,
पर कभी - कभी आँखों से आंसू बन के बह जाता है .
यूँ रहता तो मेरे तसव्वुर में है ,
पर इन आँखों को उसकी तलाश नहीं .
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं
it's my fabrittttttttttt
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है.
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है.
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है.
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में.
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो.
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्श का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम.
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है.
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है.
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है.
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में.
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो.
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्श का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम.
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
hi
Banke ajnabi mile the zindagi ke safar mein kahin,
In yadon ke lamho ko kabhi bhulayenge nahi,
Agar yaad rakhna fitrat hai aapki,
To bhool jane ki aadat hamein bhi nahi!!!!
Unhe pyar karna nahi aata,
Hume pyar ke siva kuch nahi aata,
Jeene ke sirf do hi raste hai......
Ek unhe nahi aata ek hame nahi aata.
Aankho me rahne walo ko yaad nahi karte,
Dil me rehne walo ki baat nahi karte,
Humari to rooh me bas gaye aap,
Tabhi to hum milne ki fariyad nahi karte.
Khushkismat Hain Hum Ke Mili Hai Mohabbat Humein,
Zindagi Ke Safar Mein Aakhir Mili Hai Jannat Humein
Tanhai Ka Mausam Chhaya Tha Mere Jeevan Pe Kabhi,
Aaj Mausam Ka Rukh Badalne Ki Mili Hai Taaqat Humein
Taqdeer Mein Apni Kahan Khushi Ka Basera Tha Dost,
Aapke Pyaar Ne Kar Diya Hai Gham Se Rukhsat Humein
Kehte Hain Ki Khushi Ka Doosra Naam Mohabbat Hai,
Is Khushi Ko Haasil Karne Ki De Dijiye Ijaazat Humein
In yadon ke lamho ko kabhi bhulayenge nahi,
Agar yaad rakhna fitrat hai aapki,
To bhool jane ki aadat hamein bhi nahi!!!!
Unhe pyar karna nahi aata,
Hume pyar ke siva kuch nahi aata,
Jeene ke sirf do hi raste hai......
Ek unhe nahi aata ek hame nahi aata.
Aankho me rahne walo ko yaad nahi karte,
Dil me rehne walo ki baat nahi karte,
Humari to rooh me bas gaye aap,
Tabhi to hum milne ki fariyad nahi karte.
Khushkismat Hain Hum Ke Mili Hai Mohabbat Humein,
Zindagi Ke Safar Mein Aakhir Mili Hai Jannat Humein
Tanhai Ka Mausam Chhaya Tha Mere Jeevan Pe Kabhi,
Aaj Mausam Ka Rukh Badalne Ki Mili Hai Taaqat Humein
Taqdeer Mein Apni Kahan Khushi Ka Basera Tha Dost,
Aapke Pyaar Ne Kar Diya Hai Gham Se Rukhsat Humein
Kehte Hain Ki Khushi Ka Doosra Naam Mohabbat Hai,
Is Khushi Ko Haasil Karne Ki De Dijiye Ijaazat Humein
hii frnds
सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगा
फिर मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा
अभी साथ है तो बात कर लिया करो
क्या पता कब साथ छूट जायेगाआज एक बार सबसे मुस्करा के बात करो
बिताये हुये पलों को साथ साथ याद करो
क्या पता कल चेहरे को मुस्कुराना
और दिमाग को पुराने पल याद हो ना हो
आज एक बार फ़िर पुरानी बातो मे खो जाओ
आज एक बार फ़िर पुरानी यादो मे डूब जाओ
क्या पता कल ये बाते
और ये यादें हो ना हो
आज एक बार मन्दिर हो आओ
पुजा कर के प्रसाद भी चढाओ
क्या पता कल के कलयुग मे
भगवान पर लोगों की श्रद्धा हो ना हो
बारीश मे आज खुब भीगो
झुम झुम के बचपन की तरह नाचो
क्या पता बीते हुये बचपन की तरह
कल ये बारीश भी हो ना हो
आज हर काम खूब दिल लगा कर करो
उसे तय समय से पहले पुरा करो
क्या पता आज की तरह
कल बाजुओं मे ताकत हो ना हो
आज एक बार चैन की नीन्द सो जाओ
आज कोई अच्छा सा सपना भी देखो
क्या पता कल जिन्दगी मे चैन
और आखों मे कोई सपना हो ना हो
क्या पता
कल हो ना...........आज एक बार सबसे मुस्करा के बात करो
बिताये हुये पलों को साथ साथ याद करो
क्या पता कल चेहरे को मुस्कुराना
और दिमाग को पुराने पल याद हो ना हो
आज एक बार फ़िर पुरानी बातो मे खो जाओ
फिर मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा
अभी साथ है तो बात कर लिया करो
क्या पता कब साथ छूट जायेगाआज एक बार सबसे मुस्करा के बात करो
बिताये हुये पलों को साथ साथ याद करो
क्या पता कल चेहरे को मुस्कुराना
और दिमाग को पुराने पल याद हो ना हो
आज एक बार फ़िर पुरानी बातो मे खो जाओ
आज एक बार फ़िर पुरानी यादो मे डूब जाओ
क्या पता कल ये बाते
और ये यादें हो ना हो
आज एक बार मन्दिर हो आओ
पुजा कर के प्रसाद भी चढाओ
क्या पता कल के कलयुग मे
भगवान पर लोगों की श्रद्धा हो ना हो
बारीश मे आज खुब भीगो
झुम झुम के बचपन की तरह नाचो
क्या पता बीते हुये बचपन की तरह
कल ये बारीश भी हो ना हो
आज हर काम खूब दिल लगा कर करो
उसे तय समय से पहले पुरा करो
क्या पता आज की तरह
कल बाजुओं मे ताकत हो ना हो
आज एक बार चैन की नीन्द सो जाओ
आज कोई अच्छा सा सपना भी देखो
क्या पता कल जिन्दगी मे चैन
और आखों मे कोई सपना हो ना हो
क्या पता
कल हो ना...........आज एक बार सबसे मुस्करा के बात करो
बिताये हुये पलों को साथ साथ याद करो
क्या पता कल चेहरे को मुस्कुराना
और दिमाग को पुराने पल याद हो ना हो
आज एक बार फ़िर पुरानी बातो मे खो जाओ
Monday, April 5, 2010
ye zindgi mujhe door le chal is jahaan se
mujhe is jahaa me koi apna sa nahi lagta
log to bahut mil jaate hai har mod par
par ye do pal ka saath kya sapna sa nahi lagta
is zindgi ne yu to dhero gum diye mujhe bhi
kya ye gumo ka sagar bhi abhi kaafi nahi lagta
is bheed bhari duniya me koi kisika saath nahi deta
andhere me to saaya bhi juda insaan se hai lagta
me kise sunau apni dastaan kise sunau apna gum
jo samjhe mera gum aisa sakhs bhi to nahi dikhta
badhe ja rahe hai kadam na jaane kis aur
ab to sareer ka ek-ek katra bhi dagabaaz sa hai lagta
mujhe is jahaa me koi apna sa nahi lagta
log to bahut mil jaate hai har mod par
par ye do pal ka saath kya sapna sa nahi lagta
is zindgi ne yu to dhero gum diye mujhe bhi
kya ye gumo ka sagar bhi abhi kaafi nahi lagta
is bheed bhari duniya me koi kisika saath nahi deta
andhere me to saaya bhi juda insaan se hai lagta
me kise sunau apni dastaan kise sunau apna gum
jo samjhe mera gum aisa sakhs bhi to nahi dikhta
badhe ja rahe hai kadam na jaane kis aur
ab to sareer ka ek-ek katra bhi dagabaaz sa hai lagta
Gam bhi doston se hai
Takraar bhi doston se hai
Pyar bhi doston se hai
Roothna bhi doston se hai
Manana bhi doston se hai
Baat bhi doston se hai
Misaal bhi doston se hai
Nasha bhi doston se hai
Shaam bhi doston se hai
Zindagi ki shuruvaat bhi doston se hai
Zindagi main mulakaat bhi doston se hai
Mohabbat bhi doston se hai
Inaayat bhi doston se hai
Kaam bhi doston se hai
Naam bhi doston se hai
Khyal bhi doston se hai
Armaan bhi doston se hai
Khvab bhi doston se hai
Maahol bhi doston se hai
Yaadein bhi doston se hai
Mulakaatein bhi doston se hai
Sapne bhi doston se hain
Apne bhi doston se hai
Ya yoon kahoon yaro
Apni to duniya hi doston se hai........
Takraar bhi doston se hai
Pyar bhi doston se hai
Roothna bhi doston se hai
Manana bhi doston se hai
Baat bhi doston se hai
Misaal bhi doston se hai
Nasha bhi doston se hai
Shaam bhi doston se hai
Zindagi ki shuruvaat bhi doston se hai
Zindagi main mulakaat bhi doston se hai
Mohabbat bhi doston se hai
Inaayat bhi doston se hai
Kaam bhi doston se hai
Naam bhi doston se hai
Khyal bhi doston se hai
Armaan bhi doston se hai
Khvab bhi doston se hai
Maahol bhi doston se hai
Yaadein bhi doston se hai
Mulakaatein bhi doston se hai
Sapne bhi doston se hain
Apne bhi doston se hai
Ya yoon kahoon yaro
Apni to duniya hi doston se hai........
शहर की इस दौड़ में दौड़ के करना क्या है?
जब यही जीना है दोस्तों तो फ़िर मरना क्या है?
पहली बारिश में ट्रेन लेट होने की फ़िक्र है
भूल गये भीगते हुए टहलना क्या है?
सीरियल्स् के किर्दारों का सारा हाल है मालूम
पर माँ का हाल पूछ्ने की फ़ुर्सत कहाँ है?
अब रेत पे नंगे पाँव टहलते क्यूं नहीं?
108 हैं चैनल् फ़िर दिल बहलते क्यूं नहीं?
इन्टरनैट से दुनिया के तो टच में हैं,
लेकिन पडोस में कौन रहता है जानते तक नहीं.
मोबाइल, लैन्डलाइन सब की भरमार है,
लेकिन जिग्ररी दोस्त तक पहुँचे ऐसे तार कहाँ हैं?
कब डूबते हुए सुरज को देखा त, याद है?
कब जाना था शाम का गुज़रना क्या है?
तो दोस्तों शहर की इस दौड़ में दौड़् के करना क्या है
जब यही जीना है दोस्तों तो फ़िर मरना क्या है?
पहली बारिश में ट्रेन लेट होने की फ़िक्र है
भूल गये भीगते हुए टहलना क्या है?
सीरियल्स् के किर्दारों का सारा हाल है मालूम
पर माँ का हाल पूछ्ने की फ़ुर्सत कहाँ है?
अब रेत पे नंगे पाँव टहलते क्यूं नहीं?
108 हैं चैनल् फ़िर दिल बहलते क्यूं नहीं?
इन्टरनैट से दुनिया के तो टच में हैं,
लेकिन पडोस में कौन रहता है जानते तक नहीं.
मोबाइल, लैन्डलाइन सब की भरमार है,
लेकिन जिग्ररी दोस्त तक पहुँचे ऐसे तार कहाँ हैं?
कब डूबते हुए सुरज को देखा त, याद है?
कब जाना था शाम का गुज़रना क्या है?
तो दोस्तों शहर की इस दौड़ में दौड़् के करना क्या है
अल्फ़ाज़ों मैं वो दम कहाँ जो बया करे शख़्सियत हमारी,
रूबरू होना है तो आगोश मैं आना होगा ,
यूँ देखने भर से नशा नहीं होता जान लो साकी,
हम इक ज़ाम हैं हमें होंठो से लगाना होगा ......
हमारी आह से पानी मे भी अंगारे दहक जाते हैं ;
हमसे मिलकर मुर्दों के भी दिल धड़क जाते हैं ..
गुस्ताख़ी मत करना हमसे दिल लगाने की साकी ;
हमारी नज़रों से टकराकर मय के प्याले चटक जाते हैं....
भीड़ मे रहकर भी भीड़ से अलग रहना मुझे पसंद है……कभी-कभी सोचता हुं कि मैं जुदा हुं दुसरों से,पर मेरे आसपास का ताना-बाना जल्द ही मुझे इस बात का एहसास करवा देता है कि नहीं,मैं दुसरों से भिन्न नहीं बल्कि उनमें से ही एक हुं…!
इस अजनबी सी दुनिया में, अकेला इक ख्वाब हूँ.
सवालों से खफ़ा, चोट सा जवाब हूँ.
जो ना समझ सके, उनके लिये "कौन".
जो समझ चुके, उनके लिये किताब हूँ.
दुनिया कि नज़रों में, जाने क्युं चुभा सा.
सबसे नशीला और बदनाम शराब हूँ.
सर उठा के देखो, वो देख रहा है तुमको.
जिसको न देखा उसने, वो चमकता आफ़ताब हूँ.
आँखों से देखोगे, तो खुश मुझे पाओगे.
दिल से पूछोगे, तो दर्द का सैलाब हूँ
रूबरू होना है तो आगोश मैं आना होगा ,
यूँ देखने भर से नशा नहीं होता जान लो साकी,
हम इक ज़ाम हैं हमें होंठो से लगाना होगा ......
हमारी आह से पानी मे भी अंगारे दहक जाते हैं ;
हमसे मिलकर मुर्दों के भी दिल धड़क जाते हैं ..
गुस्ताख़ी मत करना हमसे दिल लगाने की साकी ;
हमारी नज़रों से टकराकर मय के प्याले चटक जाते हैं....
भीड़ मे रहकर भी भीड़ से अलग रहना मुझे पसंद है……कभी-कभी सोचता हुं कि मैं जुदा हुं दुसरों से,पर मेरे आसपास का ताना-बाना जल्द ही मुझे इस बात का एहसास करवा देता है कि नहीं,मैं दुसरों से भिन्न नहीं बल्कि उनमें से ही एक हुं…!
इस अजनबी सी दुनिया में, अकेला इक ख्वाब हूँ.
सवालों से खफ़ा, चोट सा जवाब हूँ.
जो ना समझ सके, उनके लिये "कौन".
जो समझ चुके, उनके लिये किताब हूँ.
दुनिया कि नज़रों में, जाने क्युं चुभा सा.
सबसे नशीला और बदनाम शराब हूँ.
सर उठा के देखो, वो देख रहा है तुमको.
जिसको न देखा उसने, वो चमकता आफ़ताब हूँ.
आँखों से देखोगे, तो खुश मुझे पाओगे.
दिल से पूछोगे, तो दर्द का सैलाब हूँ
मैं दो कदम चलता और एक पल को रुकता मगर...........
♡ इस एक पल जिन्दगी मुझसे चार कदम आगे बढ जाती ।
♡ मैं फिर दो कदम चलता और एक पल को रुकता और....
♡ जिन्दगी फिर मुझसे चार कदम आगे बढ जाती ।
♡ युँ ही जिन्दगी को जीतता देख मैं मुस्कुराता और....
♡ जिन्दगी मेरी मुस्कुराहट पर हैंरान होती ।
♡ ये सिलसिला यहीं चलता रहता.....
♡ फिर एक दिन मुझे हंसता देख एक सितारे ने पुछा..........
♡ " तुम हार कर भी मुस्कुराते हो ! क्या तुम्हें दुख नहीं होता हार का ? "
♡♡ तब मैंनें कहा................
♡ मुझे पता हैं एक ऐसी सरहद आयेगी जहाँ से आगे
♡ जिन्दगी चार कदम तो क्या एक कदम भी आगे ना बढ पायेगी,
♡ तब जिन्दगी मेरा इन्तज़ार करेगी और मैं......
♡ तब भी युँ ही चलता रुकता अपनी रफ्तार से अपनी धुन मैं वहाँ पहुँगा.......
♡ एक पल रुक कर, जिन्दगी को देख कर मुस्कुराउगा..........
♡ बीते सफर को एक नज़र देख अपने कदम फिर बढाँउगा।
♡ ठीक उसी पल मैं जिन्दगी से जीत जाउगा.........
♡ मैं अपनी हार पर भी मुस्कुराता था और अपनी जीत पर भी......
♡ मगर जिन्दगी अपनी जीत पर भी ना मुस्कुरा पाई
♡ इस एक पल जिन्दगी मुझसे चार कदम आगे बढ जाती ।
♡ मैं फिर दो कदम चलता और एक पल को रुकता और....
♡ जिन्दगी फिर मुझसे चार कदम आगे बढ जाती ।
♡ युँ ही जिन्दगी को जीतता देख मैं मुस्कुराता और....
♡ जिन्दगी मेरी मुस्कुराहट पर हैंरान होती ।
♡ ये सिलसिला यहीं चलता रहता.....
♡ फिर एक दिन मुझे हंसता देख एक सितारे ने पुछा..........
♡ " तुम हार कर भी मुस्कुराते हो ! क्या तुम्हें दुख नहीं होता हार का ? "
♡♡ तब मैंनें कहा................
♡ मुझे पता हैं एक ऐसी सरहद आयेगी जहाँ से आगे
♡ जिन्दगी चार कदम तो क्या एक कदम भी आगे ना बढ पायेगी,
♡ तब जिन्दगी मेरा इन्तज़ार करेगी और मैं......
♡ तब भी युँ ही चलता रुकता अपनी रफ्तार से अपनी धुन मैं वहाँ पहुँगा.......
♡ एक पल रुक कर, जिन्दगी को देख कर मुस्कुराउगा..........
♡ बीते सफर को एक नज़र देख अपने कदम फिर बढाँउगा।
♡ ठीक उसी पल मैं जिन्दगी से जीत जाउगा.........
♡ मैं अपनी हार पर भी मुस्कुराता था और अपनी जीत पर भी......
♡ मगर जिन्दगी अपनी जीत पर भी ना मुस्कुरा पाई
आँसू मैं ना ढूँदना हूमें,
दिल मैं हम बस जाएँगे,
तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो बंद आँखों मैं नज़र आएँगे.
लम्हा लम्हा वक़्त गुज़ेर जाएँगा,
चँद लम्हो मैं दामन छूट जाएगा,
आज वक़्त है दो बातें कर लो हमसे,
कल क्या पता कौन आपके ज़िंदगी मैं आ जाएगा.
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
हम अकेले थे अकेले ही रेह जाते हैं,
दिल का दर्द किससे दिखाए,
मरहम लगाने वेल ही ज़ख़्म दे जाते हैं,
वक़्त तो हूमें भुला चुका है,
मुक़द्दर भी ना भुला दे,
दोस्ती दिल से हम इसीलिए नहीं करते,
क्यू के डरते हैं,कोई फिर से ना रुला दे,
ज़िंदगी मैं हमेशा नये लोग मिलेंगे,
कहीं ज़ियादा तो कहीं काम मिलेंगे,
ऐतबार ज़रा सोच कर करना,
मुमकिन नही हैर जगह तुम्हे हम मिलेंगे.
ख़ुशबो की तरह आपके पास बिखर जाएँगे,
सुकों बन कर दिल मे उतर जाएँगे,
मेहसूस करने की कोशिश तो कीजिए,
दूर होते हो भी पास नजर आएँगे
दिल मैं हम बस जाएँगे,
तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो बंद आँखों मैं नज़र आएँगे.
लम्हा लम्हा वक़्त गुज़ेर जाएँगा,
चँद लम्हो मैं दामन छूट जाएगा,
आज वक़्त है दो बातें कर लो हमसे,
कल क्या पता कौन आपके ज़िंदगी मैं आ जाएगा.
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
हम अकेले थे अकेले ही रेह जाते हैं,
दिल का दर्द किससे दिखाए,
मरहम लगाने वेल ही ज़ख़्म दे जाते हैं,
वक़्त तो हूमें भुला चुका है,
मुक़द्दर भी ना भुला दे,
दोस्ती दिल से हम इसीलिए नहीं करते,
क्यू के डरते हैं,कोई फिर से ना रुला दे,
ज़िंदगी मैं हमेशा नये लोग मिलेंगे,
कहीं ज़ियादा तो कहीं काम मिलेंगे,
ऐतबार ज़रा सोच कर करना,
मुमकिन नही हैर जगह तुम्हे हम मिलेंगे.
ख़ुशबो की तरह आपके पास बिखर जाएँगे,
सुकों बन कर दिल मे उतर जाएँगे,
मेहसूस करने की कोशिश तो कीजिए,
दूर होते हो भी पास नजर आएँगे
दिल के रिश्ते भी अजीव होते है
दूर रहके भी करिव होते है
जो आप को रोज
मिलते है
वो कितने खुस - नसीव
होते है
हिचकियों से एक बात का पता
चलता है,
कि कोई हमे याद तो करता है,
बात न करे तो क्या हुआ,
कोई आज
भी हम
पर कुछ लम्हे बरबाद तो करता है
ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही
होती,
हर
बात समझाने के लिए नही होती,
याद तो अक्सर आती है आप
की,
लकिन हर याद जताने
के लिए नही होती
महफिल न सही तन्हाई तो मिलती
है,
मिलन न सही जुदाई तो
मिलती है,
कौन कहता है मोहब्बत में कुछ नही
मिलता,
वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती
है
कितनी जल्दी ये मुलाक़ात गुज़र
जाती है
प्यास भुजती नही बरसात गुज़र
जाती है
अपनी यादों से कह दो कि
यहाँ न आया करे
नींद आती नही और रात गुज़र
जाती है
उमर की राह मे
रस्ते बदल जाते हैं,
वक्त की आंधी में इन्सान बदल
जाते हैं,
सोचते हैं
तुम्हें इतना याद न करें,
लेकिन आंखें बंद करते ही इरादे
बदल जाते
हैं
कभी कभी दिल उदास होता है
हल्का हल्का सा आँखों को एहसास
होता
है
छलकती है मेरी भी आँखों से नमी
जब तुम्हारे दूर होने का एहसास होता
दूर रहके भी करिव होते है
जो आप को रोज
मिलते है
वो कितने खुस - नसीव
होते है
हिचकियों से एक बात का पता
चलता है,
कि कोई हमे याद तो करता है,
बात न करे तो क्या हुआ,
कोई आज
भी हम
पर कुछ लम्हे बरबाद तो करता है
ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही
होती,
हर
बात समझाने के लिए नही होती,
याद तो अक्सर आती है आप
की,
लकिन हर याद जताने
के लिए नही होती
महफिल न सही तन्हाई तो मिलती
है,
मिलन न सही जुदाई तो
मिलती है,
कौन कहता है मोहब्बत में कुछ नही
मिलता,
वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती
है
कितनी जल्दी ये मुलाक़ात गुज़र
जाती है
प्यास भुजती नही बरसात गुज़र
जाती है
अपनी यादों से कह दो कि
यहाँ न आया करे
नींद आती नही और रात गुज़र
जाती है
उमर की राह मे
रस्ते बदल जाते हैं,
वक्त की आंधी में इन्सान बदल
जाते हैं,
सोचते हैं
तुम्हें इतना याद न करें,
लेकिन आंखें बंद करते ही इरादे
बदल जाते
हैं
कभी कभी दिल उदास होता है
हल्का हल्का सा आँखों को एहसास
होता
है
छलकती है मेरी भी आँखों से नमी
जब तुम्हारे दूर होने का एहसास होता
Meri gali se wo ja b bhi gujarta hoga
Mod pe jaake kuch der thaharta hoga
Bhool jaana mujhko itna aasaan to na hoga
Dil main kuchtoot ke to bikharta hoga
Saath dekhe the Jo un khwabon ka kaarwaa
Gubaa bankar uski aankho me ubharta haga
Koi jab choomta hoga use baanho me lekar
Mera pyar badan me uske siharta hoga
Uski julfon ko meri ungliyan dulaarti hongi
Saamne aaine ke wo jab bhi sanwarta hoga
Dard jab bhi deta hoga ye sangdil zamaana
Wo bewafa is “maan” ko yaad karta hoga
Mod pe jaake kuch der thaharta hoga
Bhool jaana mujhko itna aasaan to na hoga
Dil main kuchtoot ke to bikharta hoga
Saath dekhe the Jo un khwabon ka kaarwaa
Gubaa bankar uski aankho me ubharta haga
Koi jab choomta hoga use baanho me lekar
Mera pyar badan me uske siharta hoga
Uski julfon ko meri ungliyan dulaarti hongi
Saamne aaine ke wo jab bhi sanwarta hoga
Dard jab bhi deta hoga ye sangdil zamaana
Wo bewafa is “maan” ko yaad karta hoga
माना दोस्ती का रीश्ता खून का नही होता
लेकीन खुन के रीश्ते से कम भी नही होता
दोस्ती मे एक बात मुझे समझ नही आती है
दोस्त मे लाख बुराई हो उसमे अच्छाई ही क्यु नजर आती है
दोस्त बीठाता है आपको सर आखो पर
आपकी सारी परेशानी लेता है अपने उपर
आप की गलती सारी दुनीयासे चुपाता है
खुद के अच्छे कामो का शेर्य भी आपही को देता है
दोस्त होता है ऐसे
दीयो के लीये बाती जैसे
अन्धो के लीये लाठी जैसे
प्यासे के लीये पानी जैसे
बच्चे के लीये नानी जैसे
दीयो के लीये बाती जैसे
लेखक के लीये कलम जैसे
बीमार के लीये मलम जैसे
कुभार के लीये माती जैसे
कीसान के लीये खेती जैसे
भ्कत के लीये वरदान जैसे
मरने वाले के लीये जीवनदान जैसे
अन्त मे आप से एक ही बात है कहना
दोस्त को बुरा लगे ऐसा कोई काम ना करना
खुद भी खुश रहना और दोस्तो को भी रखना
चाहे कीतनी भी बडी मुशकील हो दोस्त का साथ ना छोडना
लेकीन खुन के रीश्ते से कम भी नही होता
दोस्ती मे एक बात मुझे समझ नही आती है
दोस्त मे लाख बुराई हो उसमे अच्छाई ही क्यु नजर आती है
दोस्त बीठाता है आपको सर आखो पर
आपकी सारी परेशानी लेता है अपने उपर
आप की गलती सारी दुनीयासे चुपाता है
खुद के अच्छे कामो का शेर्य भी आपही को देता है
दोस्त होता है ऐसे
दीयो के लीये बाती जैसे
अन्धो के लीये लाठी जैसे
प्यासे के लीये पानी जैसे
बच्चे के लीये नानी जैसे
दीयो के लीये बाती जैसे
लेखक के लीये कलम जैसे
बीमार के लीये मलम जैसे
कुभार के लीये माती जैसे
कीसान के लीये खेती जैसे
भ्कत के लीये वरदान जैसे
मरने वाले के लीये जीवनदान जैसे
अन्त मे आप से एक ही बात है कहना
दोस्त को बुरा लगे ऐसा कोई काम ना करना
खुद भी खुश रहना और दोस्तो को भी रखना
चाहे कीतनी भी बडी मुशकील हो दोस्त का साथ ना छोडना
Bachpan Ka Zamana Hota Tha,
Khushio.N Ka Khazana Hota Tha.
Chahat Chaand Ko Paane Ki,
Dil Titli Ka Deewana Hota Tha.
Rone Ki Wajha Na Hoti Thi,
Hasne Ka Bahana Hota Tha.
Khaber Na Thai Kuch Subho Ki,
Na Shamo Ka Thikana Hota Tha.
Daadi Ki Kahani Hoti Thi,
Pariuon Ka Fasana Hota Tha.
Pedho Ki Shakhe Chutey They,
Mitti Ka Khilona Hota Tha.
Gam Ki Zuban Na Hoti Thi,
Na Zakhmo Ka Paymana Hota Tha.
Barish Mein Kagaz Ki Kashti,
Har Mousam Suhana Hota Tha.
Wo Khel Wo Sathi Hotey They,
Har Rishta Nibhana Hota Tha
Khushio.N Ka Khazana Hota Tha.
Chahat Chaand Ko Paane Ki,
Dil Titli Ka Deewana Hota Tha.
Rone Ki Wajha Na Hoti Thi,
Hasne Ka Bahana Hota Tha.
Khaber Na Thai Kuch Subho Ki,
Na Shamo Ka Thikana Hota Tha.
Daadi Ki Kahani Hoti Thi,
Pariuon Ka Fasana Hota Tha.
Pedho Ki Shakhe Chutey They,
Mitti Ka Khilona Hota Tha.
Gam Ki Zuban Na Hoti Thi,
Na Zakhmo Ka Paymana Hota Tha.
Barish Mein Kagaz Ki Kashti,
Har Mousam Suhana Hota Tha.
Wo Khel Wo Sathi Hotey They,
Har Rishta Nibhana Hota Tha
watch this out at once
Zinda rehane ki koi chahat nahin hai mujhko sanam,
Mujhko to chahat hai tere baahon mein mar jaane ki,
Saath hum na reh sake is jeevan mein to kya,
Saath tera har pal chahiye mujhe agale jeevan mein.
Jab se mujhe mila hai sanam meetha pyaar tera,
Khud ko bhi kayee baar bhul jaata hoon main,
Na jaane kaise daur se guzarta hoon main abhi,
Zindagi jeene ki chahat ko bhi bhool jaata hoon main.
Ai sanam ab to nahin hai jeena mujhe is bedard duniya mein,
Jo duniya kabhi samajhthi nahin pyaar kisi sache dil ka,
Tujhko paakar hi samjha maine ki mohabbat kya hai,
Ab to lagta hai itne saalon se ek zinda laash tha main.
Chahe dafna do ya jala do mere chitha ko tum agni mein,
Bas ek guzaarish hai ai bereham duniya waalon,
Maut mein to milne do mujhe sanam se mere,
Mujhko to chahat hai tere baahon mein mar jaane ki,
Saath hum na reh sake is jeevan mein to kya,
Saath tera har pal chahiye mujhe agale jeevan mein.
Jab se mujhe mila hai sanam meetha pyaar tera,
Khud ko bhi kayee baar bhul jaata hoon main,
Na jaane kaise daur se guzarta hoon main abhi,
Zindagi jeene ki chahat ko bhi bhool jaata hoon main.
Ai sanam ab to nahin hai jeena mujhe is bedard duniya mein,
Jo duniya kabhi samajhthi nahin pyaar kisi sache dil ka,
Tujhko paakar hi samjha maine ki mohabbat kya hai,
Ab to lagta hai itne saalon se ek zinda laash tha main.
Chahe dafna do ya jala do mere chitha ko tum agni mein,
Bas ek guzaarish hai ai bereham duniya waalon,
Maut mein to milne do mujhe sanam se mere,
Tuesday, March 30, 2010
MA ! MA TAB TUMAHARI BAHUT YAD AATI HAI
Sardion ke masum main adikhtar neend achanak khul jayati hai;
har din pal bhar main ye baham tod jayati hai;
ki kisi ki ungayaliyan mare balon ko sahalati hai
malum padhta hai jab subah ki mand pawan is tarah laharati hai
ma ma tab tumahari bahut yad aati hai
collage se nikalte hi dekhta hoon ki school ki ghanti par;
sare bache ek hi disa main daude chale jate hai;
jahan unke intazar main koi khada hai;
jinki ungli pakadkar way aasswast ho jate hain
un istrion ke watsayal par lalayat hote hote
jab nazar apni sooni hatali par jati hai;
ma ma tab tumahari bahut yad aati hai;
door rahne ki to aadat si hi gayi hai
bahari khana to jeevan sayali ho gay hai;
sawad jeebh ko aata nahi hai , dhayan cheej par jata nahi hai;
rasheen pakwano se kaya mali si ho gai hai;
parantu jab koi local ki ladki apne ghar ka khana
jab mujhe chada chada kar khati hai
ma! ma tab tumahari bahut yad aati hai
hazaro mareejon ko dekhta hoon hospital main
cheekhte chillate dard dard se chapatate
parantu kisi child specilist ke injection ke dar se
koi balika uchalkar jab apni ma ki god main chali jati hai
ma! matab tumahari bahut yad aati hai;
din bhar ki thakawat ke bad sham main doston se milkar ;
rahat kafi mil jati , parantu bat jab sone ki aati hai ;
to har raat hostal ke kadhe sirhane par ;
jab dair tak neend nahi aati hai;
ma ! ma tab tumahari bahut yad aati hai ..........................................................................
har din pal bhar main ye baham tod jayati hai;
ki kisi ki ungayaliyan mare balon ko sahalati hai
malum padhta hai jab subah ki mand pawan is tarah laharati hai
ma ma tab tumahari bahut yad aati hai
collage se nikalte hi dekhta hoon ki school ki ghanti par;
sare bache ek hi disa main daude chale jate hai;
jahan unke intazar main koi khada hai;
jinki ungli pakadkar way aasswast ho jate hain
un istrion ke watsayal par lalayat hote hote
jab nazar apni sooni hatali par jati hai;
ma ma tab tumahari bahut yad aati hai;
door rahne ki to aadat si hi gayi hai
bahari khana to jeevan sayali ho gay hai;
sawad jeebh ko aata nahi hai , dhayan cheej par jata nahi hai;
rasheen pakwano se kaya mali si ho gai hai;
parantu jab koi local ki ladki apne ghar ka khana
jab mujhe chada chada kar khati hai
ma! ma tab tumahari bahut yad aati hai
hazaro mareejon ko dekhta hoon hospital main
cheekhte chillate dard dard se chapatate
parantu kisi child specilist ke injection ke dar se
koi balika uchalkar jab apni ma ki god main chali jati hai
ma! matab tumahari bahut yad aati hai;
din bhar ki thakawat ke bad sham main doston se milkar ;
rahat kafi mil jati , parantu bat jab sone ki aati hai ;
to har raat hostal ke kadhe sirhane par ;
jab dair tak neend nahi aati hai;
ma ! ma tab tumahari bahut yad aati hai ..........................................................................
sayari
sama ko sama ki baharon ne loota;
kasti ko sahil ke kinaron ne loota;
aap to ek hi kasam se der gaye;
hame to aapki kasam de kar hazaron ne loota;
kasti ko sahil ke kinaron ne loota;
aap to ek hi kasam se der gaye;
hame to aapki kasam de kar hazaron ne loota;
sayari of the day
khata to jab ho ki hum hale dil kisi se kahein ;
kisi ko chate rahana koi khata to nahi................
Thursday, February 25, 2010
hiiii friends
it's a first day of my blog.
i am 21 years old a simple honest cute boy
i am from India (Madhya Pradesh)
i am 21 years old a simple honest cute boy
i am from India (Madhya Pradesh)
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